क्या महोबा की कानून व्यवस्था फिर चरमराई, क्यों नहीं सम्हाल पा रहे ट्राफिक व्यस्था
महोबा शहर में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त।
आखिर योगी सरकार को क्यों बदनाम कर रही यहां की कानून व्यवस्था।
लचर व्यवस्था पर उठ रहे कई सवालों का उपहास कर रही यहां की जनता।
महोबा की खास रिपोर्ट सुरेश विश्वकर्मा मंडल ब्यूरो चीफ के साथ।
महोबा में हर रोज दोपहर लगभग 12.20 से 12.40 बजे तक लगता है। अस्पताल के बाहर जाम।
आखिर क्यों ट्रैफिक पुलिस नो एंट्री पर प्राइवेट वाहनो पर नहीं लगा पा रही रोक थाम क्या है मजबूरी।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर से अब नही संभल रही यातायात की कमान।
आखिर ट्रैफिक पुलिस बसों के NO PARKING पर क्यो नही करती है चालान ,बीच सड़क में हर रोज वाहन खड़े करके भरते है सवारियां।
परमानंद जैसे खास चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के सामने डग्गामार वाहन भरते हैं सवारियाँ।
राम कथा मार्ग पर कोचिंग की छुट्टी के समय लगता है रोज जाम।
कई बार सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ चौराहों पर बने प्राइवेट स्टैंड को खत्म करने का कर चुके फरमान।
फिर भी महोबा में यातायात पुलिस प्राइवेट स्टैंडो को खत्म करने का नही कर पाई काम।
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