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वायुसेना के जूनियर वारंट अधिकारी पर पूर्व में भी हो चुका है हमला।

वायुसेना के जूनियर वारंट अधिकारी पर पूर्व में भी हो चुका है हमला।

 लौरिया,आशीष, जिला मीडिया प्रभारी पश्चिमी चम्पारण,बिहार।



दो भाईयों के जमीनी विवाद में तीसरे पट्टीदार द्वारा कूदना और मारपीट करना कटैया में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं मारपीट में शामिल लोग घर से फरार हैं। इधर एक व्यक्ति द्वारा पर्दे के पीछे से यह खेल खेले जाने की चर्चा सभी के जुबां पर है।इधर पुलिस ने भी कमर कस लिया है कि इस कांड में संलिप्त सभी आरोपियों कोऔर पर्दे के पीछे आखिर कौन व्यक्ति यह चाल चलकर लड़ाई करा रहा है, उसे गिरफ्तार करना भी पुलिस जरूरी समझ रही है।

क्या है मामला ? कटैया के अब्दुल्लाह मियां के दो पुत्र हैं। बड़े बेटा का नाम नईम आलम है, जो दिल्ली में कोरियन कंपनी में अच्छे ओहदे पर कार्यरत हैं। दूसरे बेटा का नाम इम्तेयाज अहमद हैं, जो चेनइ में वायुसेना में जूनियर वारंट अधिकारी हैं। ग्रामीणों के अनुसार वायुसेना के इम्तेयाज ने नौकरी में जाने के बाद बड़े भाई को पढ़ाया लिखवाया और उसे कोरिया पढ़ने के लिए भेजा। इधर दोनों भाइयों ने मिलकर दिल्ली, बेतिया में जमीन और मकान खरीदा। वहीं इम्तेयाज ने कटैया गांव में सैनिक वेलफेयर स्कीम के तहत घर बनवाया है। दोनों भाइयों के बीच 22 कट्टा पैतृक जमीन है।

झगड़ा का मुख्य कारण वायुसेना के अधिकारी अपने बड़े भाई से मांग कर रहे हैं कि सभी जमीनों को बराबर बांट दिया जाए। बड़े भाई नईम शहरी जमीन नहीं दे रहे हैं। इधर इनके पिता भी गुस्से में गांव का कुछ जमीन इम्तेयाज के नाम कर दिया है। इधर नईम इस बात से बहुत खफा हैं। पिछले दिनों 2 नवंबर को इसी जमीन को लेकर इनके चचेरे भाइयों द्वारा भी दावा किया जा रहा है, जिसमें मारपीट में इम्तेयाज के पिता की जमकर पिटाई हुई थी, जिसमें उनका पैर टूट गया था। वे योगापट्टी के दुबौलिया में वायुसेना के इम्तेयाज के ससुराल सपरिवार शरण ले रखी है। कटैया गांव में इनका परिवार नहीं रह रहा है। पिता को अपने दिल्ली रहने वाले बेटे से बनाव नहीं है, क्योंकि बड़ा बेटा को ये बेईमान बता रहे हैं। 

इधर सोमवार को इम्तेयाज और उसके चचेरे भाइयों में रास्ते में ही मारपीट हो गई। इम्तेयाज के साथ उसका साला अखतारुल्लाह मियां, पड़ोसी व मित्र मुन्ना सिंह और प्रकाश महतो कटैया बाजार से घर की ओर आ रहे थे । इसी बीच इनके चचेरे भाइयों सद्दाम हुसैन, फैयाज आलम और उनके साथ साहेब,मेराज, सरफुल्लाह आदि के साथ शाम 6 बजे के करीब मारपीट हुई। इधर इम्तेयाज के लाइसेंसी रायफल के झपटा झपटी में प्रकाश महतो के पैर में गोली लगी है और माथा पर चोट है। वहीं अख्तारुल्लाह और मुन्ना सिंह भी घायल हो गए। इम्तेयाज रायफल छोड़कर भाग गए। दूसरे पक्ष के चचेरे भाई सद्दाम भी घायल हो गए।

इधर आज ही मंगलवार को इम्तेयाज अपने माता पिता और पत्नी के साथ पटना ट्रेन ने चेनई जाने वाले थे।

वहीं दो भाइयों की लड़ाई में तीसरे पक्ष द्वारा जमीन कब्जे को लेकर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।

इस बाबत थानाध्यक्ष कैलाश कुमार ने बताया कि हम हर एंगिल से जांच कर रहे हैं। रायफल वायुसेना के इम्तेयाज का है। उसका लाइसेंस रायफल है। छीनाझपटी में गोली चलने की बात कही जा रही है। हम हर दिशा से जांच कर रहे हैं। अभी कहीं से कोई आवदेन नहीं मिला है, फिलहाल बेतिया गवर्मेंट अस्पताल जाकर पूछताछ करने स्वयं जा रहे हैं।

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