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मनाओ पर्व लेकिन गरीबों को देना निवाला न भूले,  जलाओ दिये पर अंधेरों में करना उजाला न भूले।  करो रोशन हर गली, मोहल्ला, घर, द्वार,ऑंगन लेकिन,   शहीदों की चिताओं पर एक दीपक जलाना न भूले।

मनाओ पर्व लेकिन गरीबों को देना निवाला न भूले, जलाओ दिये पर अंधेरों में करना उजाला न भूले। करो रोशन हर गली, मोहल्ला, घर, द्वार,ऑंगन लेकिन, शहीदों की चिताओं पर एक दीपक जलाना न भूले।



 ब्यूरो चीफ सद्दाम राईन 

बाराबंकी। नवदुर्गा जागरण समिति अतरौली द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें दूर-दराज से आये हुए कवियों ने बहुत ही शानदार काव्य पाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सोनेलाल शर्मा जी ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कवि सम्मेलन को प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की, जबकि उन्नाव से पधारे वरिष्ठ कवि महेंद्र कुमार "मधुकर" जी की वाणी वंदना ने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद क्रमबद्ध तरीके से शिवम वर्मा "अभिनव" , नीरज निर्मोही, अमीकर अमोली, सनत कुमार वर्मा "अनाड़ी" , नागेंद्र सिंह, महेंद्र कुमार "मधुकर" ने पढ़ा हमसे चौका बर्तन करवाय रही, मेरी जालिम जोरू आय रही, सलबैले जी ने पढ़ा "दाना चना लगौना भूलै कपिला पशु आहार, दूध अमूल इंडिया भूलै देशी गैयन पय धार" संयोजन एवं संचालन के साथ-साथ डॉ. अनूप "एकलव्य" ने पढ़ा "मनाओ पर्व लेकिन गरीबों को देना निवाला न भूले,

जलाओ दिये पर अंधेरों में करना उजाला न भूले।

करो रोशन हर गली, मोहल्ला, घर, द्वार,ऑंगन लेकिन, 

शहीदों की चिताओं पर एक दीपक जलाना न भूले। 

शुरू से लेकर अंत तक श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई और कवि सम्मेलन का भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर सभी ग्रामवासी क्षेत्रवासियो के साथ साथ अपार जन समूह उपस्थित रहे।

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