बेअसर रहा फर्जी नर्सिंगहोम के विरुद्ध छापामारी, दूसरे दिन हीं उठने लगे शटर |
ब्यूरो चीफ पश्चिमी चंपारण
योगापट्टी पीएचसी के चारों तरफ संचालित फर्जी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग के छापामारी के बाद दूसरे दिन ही बंद शटर पुनः खुलने लगे है, निजी फर्जी अस्पताल। निजी अस्पताल के संचालकों को स्वास्थ्य विभाग का थोड़ा भी भय नहीं है। मजे की बात तो यह है कि छापामारी के पूर्व ही कथित फर्जी डॉक्टरों को छापामारी की सूचना मिल जाती है। इसकी जानकारी मिलते ही सभी फर्जी डॉक्टर अपनी अस्पताल में ताला जड़ कर इधर-उधर टहलने लगते हैं। इससे सांप भी मर जाता है और लाठी भी बच जाती है। स्थानीय लोग भी असमंजस में है कि फर्जी यह क्लिनिक नर्सिंगहोम या फर्जी छापेमारी है। उल्लेखनीय है कि थाना क्षेत्र के जरलपुर गांव निवासी अनील मुखिया के 25 वर्षीय पत्नी सविता देवी का ऑपरेशन तीन दिन पूर्व योगापट्टी पीएचसी से दो सौ गज की दूरी पर संचालित फर्जी निजी अस्पताल के संचालक डॉक्टर साहेब आलम ने किया। हालाकि प्रसूता के पेट से एक बच्चे को सुरक्षित कर लिया गया। उसके बाद प्रसूता की स्थिति बिगड़ने लगी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अस्पताल के आसपास मटरगश्ती करने वाले बिचौलिये मोटी रकम का लेनदेन करके मामले को रफा दफा कर दिए। परंतु मामला बन नहीं पाया, क्योंकि सीएस के आदेश पर योगापट्टी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अब्दुल गन्नी, थानाध्यक्ष कंचन भास्कर व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ फर्जी डॉ साहेब आलम के निजी अस्पताल में छापामारी की गई। छापादल को अस्पताल में ताला बंद मिला। इसके साथ साथ योगापट्टी फतेहपुर नवलपुर सेमरी सहित अन्य स्थानों पर संचालित हो रहे फर्जी अस्पतालों में भी छापामारी की गई, अलबत्ता छापादल को कुछ भी हाथ नहीं लगा। मजेदार तथ्य यह है कि छापामारी के दूसरे दिन ही शुक्रवार को सभी निजी फर्जी अस्पताल संचालित होते देखे गए। इन फर्जी डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग का थोड़ा भी 1 खौफ रहता तो ऐसा दृष्टिगोचर नहीं होता। नाम नहीं छापने की शर्त पर अस्पताल के एक कर्मी ने बताया कि छापामारी होने के पूर्व ही उनलोगो को पता चल जाता है। जानकारी मिलते ही फर्जी अस्पताल संचालक अस्पताल बंद कर देते हैं व स्वास्थ्य विभाग के टीम के जाने के बाद पुनः अस्पताल संचालित : होने लगता है। इस सम्बंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अब्दुल गन्नी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया
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