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मत्स्य विभाग के तत्वावधान में वाल्मीकिनगर में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।

मत्स्य विभाग के तत्वावधान में वाल्मीकिनगर में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।

 


वाल्मीकि नगर /कृष्णा कुमार/ ब्लॉक रिपोर्टर/ पश्चिम चंपारण/ बिहार।

मत्स्य विभाग के तत्वावधान में वाल्मीकिनगर में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मत्स्य विभाग पटना के संयुक्त योजना निदेशक दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि मत्स्य पालन के लिए नया तालाब खुदवाने वाले सामान्य वर्ग के लोगों को भी 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। एक किसान को दो हेक्टेयर में नया तालाब खुदवाने पर अधिकतम सात लाख रुपये तक का मत्स्य विभाग अनुदान देगा। नया तालाब खुदवाने वाले एसटी, एससी वर्ग के किसानों को 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। इसके साथ ही चयनित किसानों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देने के लिए विभाग उन्हें बाहर भी भेजेगा।इस योजना का लाभ पाने के लिए बस किसानों को जिला मत्स्य पालन विभाग को आवेदन देना होगा। आवेदन मिलने के बाद विभागीय पदाधिकारी मौके पर जाकर जमीन के रकबा की जांच करेंगे। अगर सब कुछ सही मिला तो आवेदन को चयनित कर अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

 सरकार भी मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। अब इन योजनाओं में एक और केंद्र प्रायोजित योजना को जोड़ दिया गया है। ताकि मत्स्य पालन की ओर किसानों को बढ़ावा दिया जा सके।


 लीज की जमीन पर भी होगा तालाब का निर्माण


नई योजना के तहत अति पिछड़े वर्ग के लोगों को तालाब खोदवाने पर 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। पिछड़े वर्ग के वैसे लोग जिनके पास जमीन नहीं है, वे जमीन लीज पर लेकर तालाब का निर्माण करा सकते हैं। इसके लिए जमीन का कम-से-कम नौ साल का एग्रीमेंट जरूरी होगा। सजावटी मछली पालन - इन दिनो आधुनिक लाइफस्टाइल में सजावटी मछलियों का चलन बढ़ गया है। ये मछलियां दिखने में काफी आकर्षक होती हैं। यही कारण है कि मध्यम और उच्च वर्ग के लोगो में मछलियों से घर को सजाने की होड़ लगी रहती है। पहले ये मछलियां दूसरे देशों और राज्यों से मंगानी पड़ती थी, लेकिन केंद्र और राज्य के संयुक्त प्रयासों के कारण अब बिहार के ग्रामीण इलाकों में  ग्रामीणों को इस कार्य के लिये प्रेरित किया जा रहा है।

 राज्य में इनके संग्रहण और संवर्द्धन को बढ़ाने के लिये ही समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना शुरु की गई है। इससे बिहार की ग्रामीण जनता, खासकर महिलाओं को रोजगार का नया जरिया मिलेगा और वे कम संसाधनों में भी अच्छा लाभ कमा सकेंगे।

 क्या है समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना

इस योजना के तहत बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से मछली पालकों, व्यवसायियों और इससे संबंधित कार्य करने वाले व्यक्तियों को सजावटी मछली पालन के लिये उचित दरों पर अनुदान दिया जा रहा है।वाल्मीकिनगर में वर्षों से उपेक्षित त्रिवेणी मृत नहर को नया जीवन देने की कवायद की जाएगी। अब पर्यटन से जोड़ते हुए यहां फिर से बोटिंग की तैयारी फिर से की जा रही है। अब इसे नए सिरे से साफ-सफाई कराकर टूरिस्ट स्पाट का रूप दिया जाएगा। आने वाले दिनो में सैलानी नौका विहार का लुत्फ उठा सकेंगे, और वह भी बहुत कम पैसे खर्च कर। यह पहल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिहाज से है। इससे न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आस-आस के युवकों को रोजगार भी मिलेगा। इस बाबत संयुक्त योजना निदेशक ने बताया कि डीएफओ एवं मत्स्य सहयोग समिति के मंत्री के द्वारा डीपीआर उपलब्ध कराने के पश्चात विभाग जल जीवन हरियाली के तहत त्रिवेणी मृत कैनाल का जीर्णोद्धार कराएगा। जल जीवन हरियाली के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।इस अवसर पर उप निदेशक पवन कुमार पासवान, डीएफओ गणेश राम, जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी पियूष रंजन, मत्स्य सहयोग समिति के मंत्री नंद किशोर चौधरी आदि मौजूद रहे।

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