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आयुष्मान कार्ड से पैसा कमाने का लालच ले डूबा जिंदगी

आयुष्मान कार्ड से पैसा कमाने का लालच ले डूबा जिंदगी



चिकित्सा और चिकित्सक जिले में दोनों के अभाव में आए दिन उचित इलाज न होने तथा हॉस्पिटलों में हो रही ट्रेनी डॉक्टरों की लापरवाही से मौत

संवाददाता विवेक राज कटनी। गरीबों के इलाज के लिए सरकार ने आयुष्मान कार्ड की सुविधा मुहैया कराई, ताकि उनका निःशुल्क इलाज हो सके, लेकिन आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पैसे कमाने के लालच ने अब अस्पतालों को यमराज का दफ्तर बना कर रख दिया है, जहां यमदूतों की जगह डॉक्टरों ने ले ली है, जहां मरीजों का नाजायज इलाज किया जा रहा है, ना जाने कितने अस्पताल इस गोरखधंधे में लिप्त हैं।

ताजा मामला कटनी के रंगनाथ थानांतर्गत बरगवां क्षेत्र में स्थित एपेक्स अस्पताल में देखने को मिला, जहां अरुण वंशकार को भर्ती करके उससे 1 नहीं 2 आयुष्मान कार्ड जमा कराये गए, और बताया गया कि उसकी आतों में इन्फेक्शन है, जिसका ऑपरेशन करना पड़ेगा ताकि ज्यादा से ज्यादा पैसे अनावश्यक इलाज करके कमाए जा सकें, ऑपरेशन करने के बाद उसकी हालत बिगड़ती गई, इतना ही नहीं 2 आयुष्मान कार्ड के अलावा उसके परिजनों से 45000 रुपए नगद भी जमा कराये गए, और अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के अभाव में उसे तब तक भर्ती रखा गया जब तक वह अपनी अंतिम सांसें नहीं गिनने लगा, जब उसकी स्थिति काबू से बाहर हो गई तो आनन फानन में उसे जबलपुर के अपोलो अस्पताल रिफर कर दिया गया, जबलपुर पहुंचते ही इलाज के दौरान अरुण ने दम तोड़ दिया।

अरुण की मौत ने अस्पतालों में चल रहे गोरख धंधे जिसमें जान जोखिम में डालकर आयुष्मान कार्ड से मची लुट की सारी पोल खोल कर रख दी।

अरुण 27 वर्ष का था, पत्नी गर्भवती है, जिसका रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने सैकड़ो की संख्या में अस्पताल के सामने शव रखकर सड़क जाम कर दी, और अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की, जिसे पुलिस के आश्वासन के बाद हालात को काबू में किया गया।

जांच का मिला आश्वासन

मृतक के परिजनों ने शव रख सड़क पर जाम लगा दिया और हंगामा करने लगे. इसके साथ ही अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बवाल खड़ा कर दिया. जिस पर भारी पुलिस बल के साथ रंगनाथ थाना प्रभारी नवीन नामदेव, कोतवाली थाना प्रभारी अजय सिंह, माधव नगर थाना प्रभारी अभिषेक चौबे सहित झिंझरी चौकी प्रभारी प्रियंका राजपूत, आशीष शर्मा एवं पुलिस बल मौके पर पहुंचा, जहां अपेक्स अस्पताल प्रबंधन जिनके पास इस निजी अस्पताल की निगरानी की जिम्मेदारी थी.उनसे जानकारी प्राप्त की, पुलिस ने परिजनों को जांच कर और किए गए उपचार की पुख्ता जानकारी लेकर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। सड़क पर हंगामे के चलते जाम हुए यातायात को खुलवाने और परिजनों के साथ हजारों लोगों को समझाने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कोतवाली थाना प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि परिजनों का आरोप है कि उनके मरीज की मौत अस्पताल के नाहक और जबरन उपचार से हुई है, पुलिस के मुताबिक परिवार की ओर से दी जाने वाली तहरीर के आधार पर जांच की जाएगी, और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध वैधानिक विधि अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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